दुनियाभर के मुसलमान रमजान के महिनेमे रोज़ा रखते है. या हम कह सकते है के उपवास रखते है. शाम को जब रोज़ा खोला जाता है उस वक्त दुआ की जाती है उसे रोज़ा खोलने की दुआ roza kholne ki dua या रोज़ा इफ्तार की दुआ roza iftar ki dua या सिर्फ इफ्तार की दुआ iftar ki dua भी कहते है. आज हम आपको पैगम्बर मुहम्मद साहब की बताई हुई रोज़ा खोलने की दुआ या इफ्तार की दुआ बताएंगे. हम इफ्तार की दुआ हिंदी में roza kholne ki dua in hindi इसी तरह यह रोज़ा खोलने कि दुआ इंग्लिश में roza kholne ki dua in english भी बताएंगे.
इस रमजान महीने के पुरे रोज़े रखना हर मुसलमान केलिए अनिवार्य है. अगर वह बीमार नहीं है, अशक्त नहीं है, रोज़ा रख सकता है तो उसको रोज़ा रखना जरुरी है. कोई अगर प्रवास में है तो वह उतने दिन के रोज़े छोड़ सकता है, लेकिन उसे उसके बदले में उतने दिन के रोज़े उसका प्रवास ख़तम होने के बाद रखने होंगे. इस्लामी महीना रमजान का चाँद देखकर रोज़े शुरू होते है.और रमजान के बाद का महीना शव्वाल का चाँद देख कर रोज़े ख़त्म किए जाते है. और शव्वाल महीनेकी 1 तारीख को ईद मनाई जाती है.
पैगम्बर मुहम्मद साहब की सिखाई हुई रोज़ा खोलने की दुआओँमेंसे एक दुआ इस प्रकार है,
Abu Dawud: 2357 - ذَهَبَ الظَّمَأُ وَابْتَلَّتِ الْعُرُوقُ وَثَبَتَ الأَجْرُ إِنْ شَاءَ اللَّهُ
रोज़ा इफ्तार की दुआ अंग्रेजी में Roza iftar ki dua in english
Dhahaba al-zama’ wa abtalat al-‘urooq wa thabata al-ajr in sha Allaah
इस का हिंदी अनुवाद इस प्रकार है,
"Thirst is gone, the veins are moistened and the reward is certain if Allaah wills."
रोज़ा इफ्तार की दुआ हिंदी में Roza iftar ki dua in hindi
ज़हब अल जम्मा व अबतलत अल उरुक व तब्बत अल अजर इंशा अल्लाह
इस का हिंदी अनुवाद इस प्रकार है,
"प्यास बुझ गई, नसें तर हो गईं और अगर अल्लाह ने चाहा तो इनाम निश्चित है."
पैगम्बर मुहम्मद साहब की सिखाई हुई रोज़ा खोलने की दुआओँमेंसे एक दूसरी दुआ इस प्रकार है,
Abu Dawud: 2358 - اللَّهُمَّ لَكَ صُمْتُ وَعَلَى رِزْقِكَ أَفْطَرْتُ
रोज़ा खोलने की दुआ अंग्रेजी में Roza kholne ki dua in english
Allahumma inni laka sumtu wa ala rizq-ika-aftartu - Abu Dawud: 2358
इस का अंग्रेजी अनुवाद इस प्रकार है,
"O Allah! For You I have fasted and upon your provision, I have broken my fast."
रोज़ा खोलने की दुआ हिंदी में Roza kholne ki dua in hindi
अल्ला हुम्मा इन्नी लक सुमतु व अला रिज़्क़ीक़ा अफ्तरतू
इस का हिंदी अनुवाद इस प्रकार है,
"ओ अल्लाह! मैंने आपके लिए रोज़ा रखा है और आपके (दिए हुए रिज़्क़ से ) प्रावधान पर मैंने अपना उपवास तोड़ दिया है."